Saturday, September 25, 2010
Fw: Re:
Fw: अमृत वचन
दूसरों के दोष ढूंढने में अपनी शक्ति का अपव्यय मत करो। अपने आप को ऊँचा उठाने का हर सम्भव प्रयास जारी रखो, उसे कम न होने दो।
हर किसी में अच्छाई को ढूंढो, उससे कुछ सीखकर अपना ज्ञान और अनुभव बढाओ। इससे तुम बहुत जल्दी ऊँचाई तक पहुँच सकते हो।
परम पूज्य सु्धांशुजी महाराज
Do not waste your energy in finding faults in others. Instead, make every possible effort to stand out or shine yourself.
Find excellence in everybody. Using the knowlege you gain from this mindset, you can reach great heights in a short amount of time.
Praveen Verma
Chicago, IL
Fw: अमृत वचन
आदमी का अन्तःकरण स्वच्छ होना चाहिए । यदि हम खुद अच्छे हैं तो दुनिया अच्छी है। यदि हम बुरे हैं तो दुनिया हमारे लिए बुरी ही साबित होगी। दूसरों की अच्छाई तो देखो पर बुराई न देखो, वरना दुनिया हमारे लिए बुरी ही होगी।
परम पूज्य सु्धांशुजी महाराज
A person's conscious should be clear and clean. If we are good then the world is good. And if we are bad then the world will prove to be bad for us. Be good and see goodness in others, this will ensure a good world for all.
Translated by Humble Devotee
Praveen Verma
Chicago, IL
Fw: अमृत वचन
जीवन की सम्पूर्णता है आनन्द और आनन्द परमात्मा का ही एक रूप या एक नाम है जिसे सच्चिदानन्द कहा जाता है। हमारा जन्म परमात्मा से मिलने के लिए ही हुआ है और इसी उद्देश्य को लेकर हम दुनियाँ में आए हैं । वस्तुतः जीवन एक अवसर है परमात्मा से मिलने के लिए।
परम पूज्य सु्धांशुजी महाराज
Life's completeness is bliss and bliss is one of the God's name and form which is called "existence-consciousness-bliss" . The purpose or goal of our birth is to unite with God. To fulfill this goal, we must lead a complete life and ulitize our opportunity to unite with God.
Translated by Humble devotee
Praveen Verma
Chicago, IL
Fw: अमृत वचन
जीवन संगीत है। सुर से बजाओगे तो बहुत अच्छा है, मधुर है और अगर सुर से भूल गए तो शोर है जीवन
और उसको खुद भी नहीं सुन पाओगे दूसरे तो क्या सुनेगें ।
जीवन है चुनौती । नित नई नई चुनौती बनकर सामने आती हैं । जब आप बहादुर होकर चुनौती को स्वीकार करते हैं
तो वो कुछ न कुछ देकर ही जाएँगी, कुछ लाभ देंगी ।
परम पूज्य सु्धांशुजी महाराज
Life is filled with music. When the music is in tune, life is melodious and sweet. However, when the music is out of tune it just becomes noise. No one will be able to listen, not even you.
Life is a challenge. Everyday we face new challenges. When we face a challenge with courage, we benefit from the rewards we reap.
Translated by Humble Devotee
Praveen Verma
Chicago, IL